गलती किसकी ?
राघव को गए आज पूरा एक साल हो गया । आज उसकी बरसी पर बहुत सारे रिश्तेदार उसके घर आए हैं । राघव केवल पंद्रह वर्ष का था जब एक दुर्घटना में उसकी मृत्यु हो गई । सभी लोग बैठकर एक वर्ष पहले हुई घटना पर चर्चा कर रहे थे ।
हुआ यूँ था, कि जिस दिन राघव का परीक्षाफल मिला, वह अपने अच्छे अंकों की दुहाई देकर अपने पिताजी से एक दिन के लिए मोटर साइकिल माँगने लगा । पिताजी ने पहले तो बड़ी ना-नुकर की पर फिर माताजी की सहमति को देखते हुए उन्होंने भी हाँ कर दी और दे दी चाबी राघव को पूरे दिन के लिए । फिर क्या था ? उसे लगा कि वह एक दिन का शहंशाह बन गया । उसने बाइक उठाई और गली में शान दिखाता और तेज़ स्पीड से चलाता घूमने लगा ।
इससे पहले उसने अपने दोस्तों की ही बाइक चलाई थी, वो भी कुछ देर के लिए इसलिए वह बाइक चलाना अच्छी तरह से नहीं जानता था । तभी अचानक एक कठिन मोड़ पर सामने से गुज़रती बस को देखकर वह संभल न सका और बाइक समेत बस के पिछले पहिये के नीचे आ गया ।
घरवालों को जैसे ही ख़बर मिली, वे भागते हुए आए, तब तक कुछ लोगों ने बस ड्राइवर को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया था । माँ- बाप भी आकर अपने बच्चे का मृत शरीर देखकर ड्राइवर को कोसने लगे । उस बेचारे ने लाख समझाया कि मैं तो सीधा जा रहा था, मगर किसी ने उसकी एक न सुनी । सभी आस-पास खड़े लोगों ने इसे भाग्य की विडम्बना कहकर बात को समाप्त करने की कोशिश की । माँ- बाप रोते-बिलखते रहे । राघव एक होनहार लड़का था । उन्हें आस थी कि हमारा बेटा बड़ा होकर हमारे बुढ़ापे का सहारा बनेगा, मगर आँसुओं में सब बह रहा था । इसी तरह एक साल बीत गया ।
मेरा सवाल सभी पाठकों से है कि गलती किसकी थी ?
- ड्राइवर की, जो अपने रास्ते पर जा रहा था ?
- राघव की, जो अभी इतना बड़ा नहीं हुआ था कि अपना अच्छा- बुरा समझ सके ?
या
- माता-पिता की, जो जानते थे कि राघव को बाइक चलाना नहीं आता, पर वे उसके प्यार में विवश थे ?
आज अगर हम ये जान पाएँ कि गलती किसकी थी तो शायद आने वाले समय में हम कुछ राघवों को बचा पाएँगे ।
- कविता गाँग्यान
Of course parents were wrong in giving bike to their son.
ReplyDeleteThe age of the son tells that he is not ellegible to be driving.What kind of enjoyment is this the parents were giving him?